नई दिल्ली । कहते हैं कि हर काम में आप शख्स के पीछे दर्द भरी कहानी (Success Story) होती है. इसके बारे में कोई बात नहीं करता है. किसी भी व्यक्ति को बिजनेस में सफलता पाने के लिए बार-बार फेल होना पड़ता है और फेल होने के बावजूद उठना पड़ता है कोई उसे सहारा देने के लिए नहीं आता है और इसके बाद जब वह अपना मुकाम हासिल कर लेता है ।
तो हर रिश्तेदार, अपने संबंध की टोपी उनके ऊपर पहनाने लगते हैं। अगर आप भी परेशानियों से गुजर रहे हैं या फिर नौकरी छोड़कर एक बिजनेस शुरू करना चाहते हैं आपको कोई मोटिवेशन नहीं मिल रहा है तो आपको मोटिवेट करने के लिए हम आपको एक ऐसे व्यक्ति अर्जुन अहलूवालिया (Arjun Ahluwalia Success Story) के बारे में बता रहे हैं। जिसको पढ़ने के बाद आप लोग मोटिवेट हो जाएंगे। आईए जानते हैं विस्तार से।
Success Story Of Arjun Ahluwalia
शायद ही आप लोगों ने कभी अर्जुन अहलूवालिया का नाम सुना हो. लेकिन नहीं सुना है तो हम आपको बता दें कि यह शख्स 2000 करोड़ की कंपनी का मालिक है जिसने इस कंपनी को बनाने के लिए काफी परेशानियों को सामना करना पड़ा था. यहां तक की अपने इलाकों की पैकेज वाली नौकरी को विदेश में छोड़कर भारत आ चुके थे और गांव में रहकर कई दिनों तक अपने बिजनेस शुरू करने के लिए रिसर्च करना भी पड़ा था।
उन्हें अपने इस बिजनेस करने का आइडिया उनकी मेड की वजह से आया था। जब उन्हें पता चला कि उनकी मेड ने अपना केवल एक मोबाइल फोन लेने के लिए किसी निजी फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था। इसके बाद अर्जुन अहलूवालिया को एक अचानक ही मन में आइडिया (Arjun Ahluwalia Success Story) आ चुका था। इसके बाद उन्होंने अपने दोस्त को साथ लेकर अपना बिजनेस रुरल फिनटेक फर्म फॉर्म को औपचारिक तौर पर लॉन्च कर दिया था।
विदेश में नौकरी छोड़ भारत में किया व्यापार
अर्जुन अहलूवालिया को बिजनेस का आईडिया मिल जाने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपने कॉलेज दोस्त को साथ में लेकर ट्रेंड को फॉलो करते हुए बिजनेस करने के लिए मना लिया है. इसके बाद करीब 6 महीने तक उन्होंने महाराष्ट्र के एक गांव में बताने के बाद वहां के किसानों की जरूरत को समझ कर उनके ऊपर एक रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद उन्होंने अपने कॉलेज के दोस्त को भी साथ में ले लिया और साथ में कारोबार शुरू करने के लिए भी उसको मनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
कितने पढ़े लिखे हैं अर्जुन अहलूवालिया ?
पढ़ाई की बात करें तो वैसे तो यह एक भारतीय नागरिक है लेकिन भारत में अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने फाइनेंस सेक्टर में टैक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी से डिग्री प्राप्त कर ली थी. इसके बाद विदेश में उन्हें काफी अच्छी नौकरी मिल चुकी थी। बिजनेस शुरू करने से पहले उन्होंने अमेरिका की न्यूयॉर्क शहर में अरबाज ग्रुप में काम किया. इसके बाद उन्होंने भारत आने के बाद खुद का कारोबार करने का प्लान बनाया। उन्होंने इंटरव्यू में बताया है कि बिजनेस करने का आईडिया उनकी होममेड से आया था।
इसलिए उन्होंने अपने बिजनेस की नींव रखने से पहले डिसाइड किया कि उनके बिजनेस का कॉन्सेप्ट सूदखोरों को खत्म करने का है। अर्थात जो भारतीय किसान और मध्यमवर्गीय परिवार के लोग लोन लेकर अपना कोई काम शुरू करते हैं किसी भी कार्य के लिए लोन लेते हैं तो उन्हें बीच में कई सारे पैसे खिलाने पड़ते हैं। इसको खत्म करने का प्लान बनाकर इन्होंने अपना बिजनेस लॉन्च किया था। और इन्होंने अपनी कंपनी लॉन्च कर दी. अभी के समय उनकी कंपनी की वैल्यू 2000 करोड रुपए की है।
मेरा नाम विशाल ओझा है. मैने Mathematics से B.sc किया हुआ है। मुझे विज्ञान की अच्छी जानकारी है। इसके अलावा में बिजनेस, मौसम या टेक्नोलॉजी का ज्ञान रखता हूं। इंशॉर्टखबर पर इसी फील्ड में योगदान दे रहा हूं।