नई दिल्ली । आज हम आपके लिए एक ऐसा बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं जैसे आप लोग गांव में रहकर आसानी से शुरू कर सकते हैं इसके अलावा शहर में भी चाहे स्टूडेंट हो या कोई हाउसवाइफ या 40 से 45 साल का कोई भी व्यक्ति इसे शुरू कर सकता है इतना ही नहीं अगर आप इस बिजनेस को बिहार में शुरू करते हैं तो आपको 75% की सब्सिडी भी बिहार गवर्नमेंट की तरफ से मिल रही है यानी कि बिहारी के लिए तो यह शानदार मौका होने वाला है।
अक्सर कई लोग नौकरी करके परेशान हो जाते हैं तो उन्हें बिजनेस की तरफ आगे बढ़ना चाहिए या फिर कहीं ऐसे भी लोग होते हैं जो बिजनेस सेक्टर में ही अपने किस्मत को आजमाना चाहते हैं. तो ऐसे लोगों के लिए जो बिजनेस आइडिया हम लेकर आए हैं इसमें कंपटीशन बहुत कम है और लगातार फल और सब्जी की उत्पादन क्षमता के कारण इस बिजनेस की डिमांड बढ़ती जा रही है। जिसमें लाखों कमाने के चांसेस होते हैं।
पैक हाउस का व्यवसाय
पैक हाउस का व्यवसाय इसलिए शुरू करना चाहिए क्योंकि इस प्रकार की भारत के अलग-अलग क्षेत्र में फल और सब्जियां बहुत बड़ी मात्रा में उगाई जाती हैं और और जब इन फल और सब्जियों को एक जगह से दूसरी जगह एक्सपोर्ट किया जाता है तो ऐसी स्थिति में फल और सब्जियां खराब हो जाती है। पैक हाउस के अंतर्गत किस प्रकार की साइंटिफिक तरीके से व्यवस्था की जाती है कि कोई भी फल और सब्जी खराब ना हो।
जिससे एक जगह से दूसरी जगह इसे एक्सपोर्ट किया जा सकता है। इतना ही नहीं पैक हाउस के अंतर्गत फल और सब्जियों को रखने के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता है इसलिए इसकी डिमांड भारत में बढ़ रही है क्योंकि आप सब को पता है कि भारत में हर प्रकार की जलवायु मौसम मौजूद रहता है और इसी के हिसाब से फल और सब्जियां उगाई जाती हैं।
बिहार गवर्नमेंट दे रही है सब्सिडी
पैक हाउस के बिजनेस शुरू करने के लिए बिहार गवर्नमेंट आपको 75% की सब्सिडी दे रही है. इस बिजनेस को शुरू करने के लिए बिहारियों के लिए यह बेस्ट मौका होने वाला है. इतना ही लगाइए इसको शुरू करने के लिए आप लोन लेकर भी किसी भी स्टेट से शुरू कर सकते हैं. इसके संबंध में जो लोग पहले से इस व्यवसाय को कर रहे हैं और उसे अधिक जानकारी ले सकते हैं। इसके बाद खुद का पैक हाउस शुरू कर सकते हैं।
पैक हाउस की बढ़ती डिमांड
भारतीय मार्केट में पैक हाउस की डिमांड इसलिए बढ़ती जा रही है क्योंकि बड़े-बड़े ट्रक भर कर सब्जी को एक स्टेट से दूसरे स्टेट और भारत से दूसरे देशो में एक्सपोर्ट किया जाता है. जिसकी वजह से फल और सब्जी के खराब होने के चांसेस अत्यधिक रहते हैं। ऐसे में बढ़ते हुए फल और सब्जी के उत्पादन की वजह से इसको एक्सपोर्ट करना भी बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है नहीं तो किसानों की फसलों का उन्हें उत्तम दाम नहीं मिलता है। इसी वजह से पैक हाउस की डिमांड बढ़ रही है।
कितनी होगी पैक हाउस में लागत ?
पैक हाउस की डिमांड की बात करें तो इसकी डिमांड तो लगातार बढ़ती ही रही है और इसके अलावा इसमें करीब चार लाख रुपए का बजट आता है. इसको स्टूडेंट हाउसवाइफ या कॉलेज ड्रॉप आउट व्यक्ति शुरू कर सकता है इसी के साथ-साथ आपको सेवानिवृत्त शासकीय कर्मचारी भी शुरू कर सकता है। अधिक जानकारी के लिए गूगल कर सकते हैं।
मेरा नाम विशाल ओझा है. मैने Mathematics से B.sc किया हुआ है। मुझे विज्ञान की अच्छी जानकारी है। इसके अलावा में बिजनेस, मौसम या टेक्नोलॉजी का ज्ञान रखता हूं। इंशॉर्टखबर पर इसी फील्ड में योगदान दे रहा हूं।