Success Story: 18 साल की उम्र में बन गई थी मां, कैसे इस महिला ने अमेरिका पहुंचकर शुरू की करोड़ की कंपनी

Jyoti Reddy Success Story
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नई दिल्ली ! आज की सफलता की कहानी (Success Story) के अंतर्गत हम आपके लिए एक ऐसी महिला की सफलता की स्टोरी बताने वाले हैं जिन्होंने ‌ सफल होने के लिए ना जाने कितने पापड़ बेले हैं ।‌ इसी के साथ-साथ अनाथालय में भी उनके माता-पिता ने इन्हें छोड़ दिया था जिसके बाद उन्होंने अपने पैरों पर खड़ा होकर करोड़ों रुपए की कंपनी अमेरिका में जाकर खड़े कर दी। ‌ इस आर्टिकल में हम बात कर रहे हैं तेलंगाना में जन्मी ज्योति रेड्डी की.

Jyoti Reddy Success Story

वर्तमान समय में ज्योति रेड्डी  (Jyoti Reddy Success Story) अमेरिका में स्थित एक सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन की कंपनी की मालकिन और सीईओ है. इन्होंने अपनी जर्नी की शुरुआत भारत से ही की थी. उनके माता-पिता इन्हें अच्छी तरीके से पल नहीं पा रहे थे इसकी वजह से अनाथ आलय से में ड्रॉप कर दिया गया जिसके बाद इन्होंने वहीं से ही दसवीं की परीक्षा को फर्स्ट डिवीजन से पास कर लिया है.

लेकिन उसके लिए इतनी बढ़ती ही गई थी 16 साल की उम्र में ही इनकी शादी एक 26 साल की युवा वक्त के साथ हो चुकी थी जिसके बाद यह 18 साल की उम्र में दो बच्चों की मां बन चुकी थी. परिवार को पालना उनके लिए काफी ज्यादा मुश्किल हो चुका था क्योंकि बच्चे भी इनके साथ आ चुके थे इसके बाद इन्होंने ₹5 में एक खेत में काम करके काफी दिनों तक अपना गुजारा किया था इसके बाद जैसे-जैसे इन्होने मुश्किलों के साथ पढ़ाई को जारी रखा और बैचलर आफ आर्ट्स (BA) से ग्रेजुएशन 1992 में पूरा कर लिया है।

स्कूल टीचर की भी की नौकरी

बताया जा रहा है कि ज्योति ने एक स्कीम के तहत टाइपिंग की स्किल को सीख लिया था. लेकिन इसके कुछ समय बाद ही इन्होंने एक स्कूल में पढ़ना भी शुरू कर दिया था जिसके बाद इन्हें 398 की सैलरी मिल रही थी. इनका घर पर स्कूल पहुंचने में काफी लंबे वक्त लग जाता था इसलिए इन्होंने रास्ते में ही साड़ी बेचने का कार्य भी शुरू कर दिया था जिसके बाद उनकी मुलाकात होती है अपनी एक कजिन से. जो अमेरिका से गांव कुछ दिनों के लिए आई थी.

कजिन ने बदली जिंदगी

कजिन से मुलाकात होने के बाद ज्योति की सफलता की कहानी ‌(Jyoti Reddy Success Story) कुछ ऐसे नए चार चांद लग चुके थे. क्योंकि इसकी कजिन ने इन्हें अमेरिका आने का ऑफर दिया जिसे उन्होंने मना नहीं किया हालांकि इन्हें वर्किंग वीजा लेने के लिए काफी लंबा वक्त लग चुका था लेकिन एक समय के बाद यह भी मिल चुका था लेकिन बाद में इन्होंने अमेरिका में जाकर कई तरह की जॉब करी थी।

इसके बाद इन्होंने समस्याओं को ना देखते हुए अपॉर्चुनिटी को देखा और अपनी बचत किए गए पैसों का इस्तेमाल करके 4000 US डॉलर लगाकर अपनी खुद की एक KEY सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन नाम की एक सॉफ्टवेयर कंपनी बनाई थी। यह कंपनी उनकी चल पड़ी थी हालांकि इससे पहले उन्होंने एक कंसल्टिंग फर्म भी खोली थी। लेकिन सॉफ्टवेयर कंपनी में उनके क्लाइंट बनने लगे और लगातार ज्योति आगे बढ़ती गई आज के समय उनकी कंपनी की वैल्यूएशन करीब 15 मिलियन यूएस डॉलर है। जो की दूसरी कंपनियों को आईटी सॉल्यूशन प्रोवाइड कराती है।


मेरा नाम विशाल ओझा है. मैने Mathematics से B.sc किया हुआ है। मुझे विज्ञान की अच्छी जानकारी है। इसके अलावा में बिजनेस, मौसम या टेक्नोलॉजी का ज्ञान रखता हूं। इंशॉर्टखबर पर इसी फील्ड में योगदान दे रहा हूं।