नरसिंह जयंती 2024: नरसिंह जयंती का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्वपूर्ण बातें

नरसिंह जयंती का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्वपूर्ण बातें
नरसिंह जयंती का शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्वपूर्ण बातें
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सब लोग जानते हैं कि नरसिंह जयंती आने वाली है और ऐसे में \ के अवतार  नरसिंह आखिर हम इनकी पूजा क्यों करते हैं? इसके अलावा नर्सिंग में जयंती कब और क्यों मनाई जाने वाली इसके साथ ही इसके लिए शुभ मुहूर्त और कुछ महत्वपूर्ण बातें के बारे में इस आर्टिकल के अंतर्गत आपको जानकारी देने वाले अगर आप भी जानना चाहते हैं इस सब के बारे में इस आर्टिकल को डिटेल्स में पढ़ सकते हैं और साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.

नरसिंह जयंती 2024

हिंदू धर्म में कई प्रकार के त्यौहार माने जाते हैं वैसे तो आमतौर पर इस महीने के अंतर्गत बहुत ही कम त्यौहार देखे जाते हैं ऐसे में नरसिंह जयंती का एक त्यौहार है जो कि बड़े ही धूमधाम से मनाया जाने वाला है निर्णय कश्यप का नाम तो आप लोगों ने सुना ही होगा भगवान नरसिंह का अवतार ही उन्हीं से जुड़ा हुआ है. अरशद भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार का धारण अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए और अधर्मी राक्षस हिरण्यकश्यप वध करने के लिए हुआ था.

कब है नरसिंहपुर जयंती?

वैसे तो हम तो अपने नरसिंह जयंती का त्यौहार हिंदू धर्म के अनुसार वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है भगवान विष्णु के चौथा अवतार के रूप में मुझे जाने वाले इस अवतार को भगवान विष्णु ने हिरण्य कश्यप को मौत के घाट उतारने के लिए और अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए धारण किया था. इस बार 2024 में 21 मई को मंगलवार के दिन मनाया जाने वाला है. इस दौरान आप भगवान विष्णु के इस सप्ताह की पूजा करके उनका आशीर्वाद ले सकते हैं.

नरसिंह जयंती का शुभ मुहूर्त

नरसिंह जयंती की शुभ मुहूर्त की बात करें तो 21 तारीख को इसकी शुरुआत शाम को 5:39 मिनट से इसकी शुरुआत हो रही है जबकि अगले दिन 22 तारीख को शाम के समय 6: 47 तक यह मुहूर्त रहने वाला है. इस दौरान भगवान नरसिंह की पूजा और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. लेकिन आपको बता दे की 21 तारीख को ही मंगलवार के दिन यह त्यौहार मनाया जाने वाला है.

इस दिन आप सुबह जल्दी उठकर शुद्ध जल से स्नान करके शुद्ध कपड़े पहन सकते हैं. उसके बाद किसी लड़की की भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना कर सकते हैं या फिर अपने घर के मंदिर में भी पूजा अर्चना कर सकते हैं. किसी के साथ आपको पूजा के दौरान व्रत का संकल्प भी ले सकते हैं और भगवान नरसिंह की पूजा आरती करने के साथ-साथ की गरीबों को जरूरतमंदों को कपड़े दान कर सकते हैं और तिल कीमती धातु इत्यादि वस्तुएं मैदान की जा सकती है.

भगवान विष्णु ने के क्यों धारण किया के नरसिंह अवतार?

भगवान विष्णु की नरसिंह अवतार के बारे में आपको बताया तो जानकारी के मुताबिक हिरण्यकश्यप अधर्मी व्यक्ति था और उसकी संतान प्रहलाद धार्मिक होने के साथ भगवान विष्णु की भक्ति में लीन था.

इसकी वजह से हिरण्यकश्यप के द्वारा ब्रह्मा जी के वरदान मंगा था कि उसे ऐसा वरदान दीजिए कि ना कोई उसे निवास स्थान पर मार सके ना, अंदर के अंदर ना घर के बाहर, और ना ही जमीन पर ना ही आकाश में. ऐसा वरदान मिलने के पश्चात वह अपने आप को शक्तिशाली समझने लगा. और अपनी बेटी पर भगवान विष्णु की भक्ति करने की वजह से उसे परेशान करने लगा.

कई बार उसे मारने की कोशिश की लेकिन अपने कामों में सफल नहीं हो पाया. होलिका दहन की इसी वजह से किया जाता है. लेकिन भगवान विष्णु की अत्याचार को देखते हुए एक नरसिंह अवतार धारण‌ किया. इसके हिसाब से है ना तो एक मनुष्य थे और नहीं जानवर. उन्होंने महल के स्तंभ में से यह आपका धारण करके घर के दरवाजे पर और ऊपर की ओर उसे मार दिया.‌ इस प्रकार भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की.