जब कभी भी हम मंदिर जाते हैं तो हमारे मन में एक सवाल जरूर आता है कि मंदिर की परिक्रमा करने के दौरान किस मंत्र का जाप करें ? यह सवाल आना भी स्वाभाविक है। क्योंकि आजकल के समय में लोग मंदिर इसलिए नहीं जाते हैं क्योंकि उनको लगता है कि वहां जाने से उनका टाइम वेस्ट होगा या फिर मंदिर जाने से कुछ नहीं होता है। लेकिन ऐसा नहीं है धर्म की जानकार बताते हैं कि मंदिर जाने से सकारात्मक प्रभाव तो पैदा होता ही है इसके अलावा आप जो काम करना चाहते हैं या अपने भविष्य में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं |
तो इसमें भी मंदिर जाने की वजह से आपका काम होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप मंदिर नहीं जाते हैं तो यह हो सकता है कि आपके लिए यह रुकावट पैदा कर सकता है। वैसे भी मंदिर जाने से जो ध्वनि वातावरण हमें सुनाई या दिखाई देता है उसे हमारा मन शांत रहता है। जिसकी वजह से हमारा मन एकाग्रता हासिल करने में भी सफल हो जाता है वही किसी भी काम को सफल बनाने के बहुत आवश्यक गुण हैं। हालांकि अगर हम मंदिर जाते हैं तो इसके लिए हमें कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।
मंदिर की परिक्रमा करने के दौरान किस मंत्र का जाप करे ?
अगर आप भी रोजाना मंदिर जाते हैं फिर रोजाना जाने का प्लान कर चुके हैं तो बता दे की मंदिर जाने के वक्त वैसे आपको कुछ देर अपना समय वहां पर गुजरा चाहिए इससे आपका मन शांत रहता है। सबसे पहले प्रसाद के रूप में आपको एक नारियल को भगवान को अर्पित करना चाहिए। अगर आप प्रसाद खरीदने में सक्षम नहीं है तो आप लोग केवल दर्शन कर सकते है।
भगवान के दर्शन करने के बाद हाथ जोड़ने के दौरान आंखें बंद नहीं करना चाहिए ऐसा भी कुछ शास्त्र की जानकारी कहते हैं। लेकिन जब हम मंदिर जाते हैं तो अक्सर हम मंदिर की परिक्रमा करते हैं यह करना भी चाहिए। लेकिन कई लोगों को पता नहीं होता है की परिक्रमा करने के दौरान हमें किस मंत्र का जाप करना चाहिए? तो ऐसे लोगों के लिए बता देना चाहते हैं कि कुछ धर्म की जानकार कहते हैं कि जब हम मंदिर की परिक्रमा करते हैं |
तो ऐसे में हम अपने कुलदेवी देवता के मित्रों का उच्चारण कर सकते हैं या फिर हम अपने इष्ट देव के मंत्र का उच्चारण करने के साथ-साथ जिस देवी देवता के मंदिर में जा रहे हैं, उन्हीं के मंत्र का उच्चारण कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर हम शिवजी के मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं तो हम ‘ओम नमः शिवाय’ का जाप कर सकते हैं। इसी के साथ दूसरा उदाहरण अगर इष्ट देव हनुमान जी के मंदिर में जाते हैं तो हम परिक्रमा के दौरान ‘ओम हनुमते नमः’ का जाप कर सकते हैं इससे भी आपकी प्रार्थना सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।
मंदिर की परिक्रमा करने का क्या है सही तरीका ?
कुछ ऐसे भी लोग हमें देखने के लिए मिलते हैं जब भी हम मंदिर जाते हैं तो उन्हें परिक्रमा कैसे करना चाहिए ? परिक्रमा के दौरान किस मंत्र का जाप करना चाहिए? इससे संबंधित किसी भी प्रकार का जवाब नहीं होता है। उसके कई सारे कारण हो सकते हैं। जिसमें प्रमुख है कि वह अपने धर्म में रुचि नहीं रखते हैं। हालांकि हम आपको बता देना चाहते हैं कि मंदिर की परिक्रमा को बाएं तरफ से शुरू करना चाहिए और दाएं तरफ से आना चाहिए।
हालांकि अगर भगवान भोलेनाथ की परिक्रमा की बात करें तो इनकी परिक्रमा करने का अलग नियम है। कहां जाता है कि भगवान शिव की परिक्रमा हमेशा आधी ही करनी चाहिए। और परिक्रमा या पूजा के दौरान किसी भी स्त्री को शिवलिंग को नहीं छूना चाहिए । इससे माता पार्वती नाराज हो जाती हैं। लगभग बाकी सभी भगवान और देवी देवताओं की पूजा करने का नियम समान ही है।
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