
Rangpanchami 2024: इस साल 25 मार्च 2024 को होली का त्यौहार मनाया जा चुका है। ऐसे में आप सभी लोग होली के अवसर पर मनाया जाने वाले रंग पंचमी के त्यौहार के बारे में जानना चाहते हैं. भारत के छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश महाराष्ट्र में अधिकतर रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है । ऐसे में लोग रंग पंचमी के अवसर पर भी होली की तरह ही इसे सेलिब्रेट करते हैं। लेकिन खास बात यह है कि आखिर इसे सेलिब्रेट क्यों किया जाता है? और रंग पंचमी का का क्या महत्व है?
इसके बारे में जाने की इच्छा हो सकता है कि आप लोगों के मन में उठ रही होगी. तो हम आपको रंग पंचमी के त्यौहार के बारे में ही जानकारी देने वाले हैं. इतना ही नहीं रंग पंचमी का त्यौहार कैसे मनाया जाने वाला है ? इसका शुभ मुहूर्त क्या है? ऐसी जानकारी भी आप लोगों को इस रंग पंचमी से संबंधित खबर के अंतर्गत देखने के लिए मिलने वाली है जो की होली के 5 दिनों के बाद मनाया जाता है. 25 मार्च को होली मनाई गई थी. अब 30 मार्च को रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाने वाला है।
Rangpanchami 2024 कब है?
रंग पंचमी की बात करें तो 30 मार्च 2024 को रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जा रहा है जैसे कि हमने आपके ऊपर ही बता दिया है। होली के बाद इस त्यौहार को मनाने के पीछे काफी ज्यादा महत्वपूर्ण बातें छुपी हुई है । जो कि रंगों से संबंधित ही है. बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए तो आप लोगों ने होली का त्यौहार मना लिया है. लेकिन इसे ठीक 5 दिन रंग पंचमी का त्योहार मनाना होगा.
इतना ही नहीं कुछ इलाकों में तो होली से ज्यादा यह रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। जो की चैत्र मास में कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है इसी वजह से इसे भारत में कृष्ण पंचमी के नाम से भी जानते हैं। इसके अलावा कुछ कुछ स्थानों पर इसे ही ‘श्री पंचमी’ के साथ ‘देव पंचमी’ के नाम से भी जाना जाता है. इसको सेलिब्रेट करने के लिए भी लोग एक दूसरे के ऊपर गुलाल या रंग से होली खेलते हैं. एक दूसरे को कलर लगाते हैं जो की होली की तरह ही मनाया जाता है.
रंग पंचमी 2024 का शुभ मुहूर्त और तिथि
रंग पंचमी 2024 का शुभ मुहूर्त की बात करें तो यह 29 मार्च को रात के 8:20 पर शुरू होकर अगले दिन 30 मार्च को 9:13 पर समापन होने वाला जिसकी वजह से इसे 30 मार्च को ही मनाया जा रहा है. उदया तिथि होने की वजह से 30 मार्च को इस बार हम सभी लोग रंग पंचमी का त्योहार होली की तरह ही मानने वाले हैं. इस दिन देवताओं के साथ होली खेलने के लिए प्रमुख माना गया है। जिसके लिए शुभ मुहूर्त की बात करें तो यह 30 मार्च को सुबह 7:40 से लेकर सुबह के समय ही 9:19 तक समय है।
रंग पंचमी 2024 का महत्व
रंगों के त्यौहार अगर रंग पंचमी का महत्व की बात करें तो किस्से संबंधित लेकर मान्यता यह है कि भगवान श्री कृष्णा अपनी प्रेमिका राधा जी के साथ इस दिन होली खेला करते थे। अपनी अलग-अलग प्रकार की लीलाएं किया करते थे. इसकी वजह से सभी देवता गण भगवान श्री कृष्णा और माता राधा जी के ऊपर आसमान से फूलों की वर्षा किया करते थे. जिसकी वजह से यह रंग पंचमी का त्यौहार आज भी उसी तरीके से मनाया जाता है.
लेकिन अफसोस यह है कि लोग इस त्यौहार को कुछ और ही मतलब से सेलिब्रेट करने लगे हैं. रंग पंचमी के त्योहार पर लोगों को जरूरत भी निकालते हैं जिसमें वह हुरियारे अबीर गुलाल उड़ाते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन हवा में गुलाल उड़ने से सभी लोगों के मन से तामसिक और राजसिक गुणों का भी नाश हो जाता है. और वातावरण में एक अलग ही प्रकार का रंग बिखेर दिया जाता है.

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