Bhavish Success Story: जाने ‘OLA’ के फाउंडर की एक बहस से शुरू हुई करोड़ों की कंपनी का सफर !

Bhavish Success Story: जाने 'OLA' के फाउंडर की एक बहस से शुरू हुई करोड़ों की कंपनी का सफर !
Bhavish Success Story: जाने ‘OLA’ के फाउंडर की एक बहस से शुरू हुई करोड़ों की कंपनी का सफर !
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Bhavish Success Story – अगर आप बिजनेस या व्यवसाय में रुचि रखते हैं, तो आप लोगों ने एक से बढ़कर एक बिजनेस सक्सेस स्टोरी (Bhavish Success Story) पड़ी होगी या फिर उनके वीडियो देखे होंगे. आपके इस आर्टिकल में हम आपको टैक्सी सर्विस ओला के फाउंडर की सक्सेस स्टोरी से अवगत कराने वाले हैं. कहां जाता है, ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल को यह स्टार्टअप आइडिया कैब वाले से एक बहस के दौरान आया था।

Bhavish Success Story (ओला सक्सेस स्टोरी)

जब भी आपको बाहर कहीं जाना होता है या बारिश के मौसम में अपने ऑफिस पहुंचना है, तो ऐसे में अगर आपके पास आपकी खुद की कर नहीं है तो आप लोगों को ओला नाम की कैब सर्विस को बुक करना पड़ता है. जब इनके मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड करके ओला को बुक करते हैं तो आप लोगों से पेमेंट करने के लिए वहीं पर बोला जाता है या फिर आप लोग टैक्सी ड्राइवर को भी पेमेंट कर सकते हैं।

यह पेमेंट बहुत ही सस्ता होता है। जो दूसरे टैक्सी ड्राइवर आप लोगों से बहुत ज्यादा चार्ज करते हैं। इस आईडिया के पीछे ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल की एक अलग ही स्टोरी है, जो उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान लोगों को बताया है। दरअसल उन्हें एक बार कैब से कहीं पर जाना था. लेकिन कैब के ड्राइवर ने उनसे ‌इसके बहुत ज्यादा पैसे मांगे थे। जिसकी वजह से उनकी कैब ड्राइवर से बहस हो चुकी थी। इसके बाद ही पूरा खेल शुरू होता है।

अपने दोस्त और घर वालों के साथ किया यह बिजनेस आइडिया शेयर

इस टैक्सी ड्राइवर के साथ बहस होने के बाद Bhavish ने अपने दोस्त अंकित भाटी और परिवार वालों को इस बिजनेस आइडिया (Bhavish Success Story) के बारे में बताया. उनके परिवार वालों ने तो इसमें कोई खास रुचि नहीं दिखाई लेकिन उन्होंने कुछ और ही ठान रखा था जिसके लिए अपने दोस्त अंकित भाटी के साथ मिलकर इन्होंने काम शुरू कर दिया. क्योंकि उन्हें भारत में इसी प्रकार की समस्याओं की समस्या को दूर करना था। ‌

अपने आइडिया के साथ इस छोटे से बिजनेस कांसेप्ट को लेकर उन्होंने एक बड़ा बिजनेस सेटअप करने की ठानी थी. साल 2010 में उन्होंने अपने दोस्त अंकित भाटी के साथ मिलकर इस कंपनी को बनाया. इसके लिए उन्हें फंडिंग कलेक्ट करने में भी ज्यादा परेशानी के सामने करना नहीं पड़ा क्योंकि जब इन्होंने अपने बिजनेस आइडिया को इन्वेस्टर के साथ डिस्कस किया तो इन्हें 32,000 करोड रुपए का निवेशकों से लोन भी मिल चुका था।

इसके अलावा शर्क टैंक के अनुपम मित्तल भी इसमें शामिल थे। इन्होंने इस बिजनेस आइडिया को एग्जीक्यूट करने में Bhavish अग्रवाल और अंकित भाटी का साथ दिया। कहानी में यहीं से एक नया मोड़ आता है। क्योंकि जैसे ही इन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर इस बिजनेस का एप्लीकेशन लॉन्च किया तो शुरुआती समय में ही लाखों लोगों के द्वारा उनके एप्लीकेशन को डाउनलोड किया जा चुका था जिसके बाद यह कंपनी 60% कैब मार्केट को कवर कर चुकी थी।

अब शुरू हुआ इलेक्ट्रिक बाइक का दौर

जैसे ही भाविश अग्रवाल और अंकित भाटी के द्वारा इस बिजनेस को लांच किया गया कुछ समय पश्चात मार्केट में इलेक्ट्रिक बाइक व्हीकल (EV) को लेकर बातें चर्चा में आने लगी क्योंकि बाहर के देशों में इस प्रकार की बाइक साइकिल व्हीकल लॉन्च हो चुकी है जिसके बाद यह इस रेस में भी पीछे नहीं रहे। इन्होंने फ्यूचर टेक्नोलॉजी की डिमांड को देखते हुए बाजार में इलेक्ट्रिक व्हीकल में स्कूटर लांच कर दिया |

जिसकी प्री बुकिंग करने पर भी कंपनी को तावड तोड़ ऑर्डर्स मिले, जिनकी डिमांड कंपनी 6 से 7 महीने तक की ‌पूरी भी नहीं कर पा रही थी। हालांकि बाद में इन्होंने इस पर भी अपना कब्जा कर लिया और आज ओला भारत के टॉप स्टार्टअप में अपना नाम दर्ज कर चुका है। अगर आप भी बिजनेसमैन बनना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।